जय नारी शक्ति
🌸 "नारी तू नारायणी" 🌸
नन्हे क़दमों से चलकर आई,
संघर्षों की आग में तपकर छाई।
कभी बेटी, कभी माँ बनकर,
हर रूप में शक्ति की मिसाल बनाई।
तू सीता भी, तू दुर्गा भी,
तू ज्ञान की ज्योति, तू गर्जना भी।
तेरे आँचल में चाँद-सितारे,
तेरे दम से दुनिया सारे।
तू चाह ले तो इतिहास बदल दे,
अपने सपनों को आकाश बना दे।
है तेरे भीतर आग की लहर,
तू खुद को पहचान, कर सृजन नये शहर।
रोकें चाहे लाख ज़माने के बंधन,
तेरी उड़ान न रोके कोई बंदन।
पढ़, बढ़, जाग, अब न रुकना,
अपने हक़ के लिये हर राह पर चलना।
🕊️ अब तू अबला नहीं, तू सबला है,
हर अन्याय पर तेरी तबला है।
समानता की जोत जलाकर,
तू बन जाए नव युग की ज़िंदा मिसाल, उजागर।
नारी न झुके, न रुके, न थमे,
जो ठान ले, वो हर मंज़िल पा ले।
अब वक्त है नारी को सम्मान देने का,
हर कदम पर उसका साथ निभाने का।
जय नारी, जय शक्ति! 💪
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें