मेरी UPSC तैयारी की दिनचर्या – पढ़ाई और काम को संतुलित करने का सफर
हर UPSC aspirant का सपना होता है कि वह देश की सेवा करे। लेकिन इस सपने तक पहुँचने का रास्ता आसान नहीं होता। पढ़ाई, समय का प्रबंधन और व्यक्तिगत जीवन – इन सबको संतुलित करना एक बड़ी चुनौती है। मैं भी एक साधारण छात्र हूँ, जो रोज़मर्रा की ज़िम्मेदारियों के साथ अपने सपने को पूरा करने के लिए मेहनत कर रहा है।
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(पुस्तकालय की प्रतीकात्मक फोटो) |
मेरे दिन की शुरुआत सुबह 6:30 बजे होती है। उठने के बाद मैं सबसे पहले खुद को मानसिक रूप से तैयार करता हूँ और नाश्ता करके पढ़ाई की ओर निकल पड़ता हूँ। 8 बजे तक मैं लाइब्रेरी पहुँच जाता हूँ और वहाँ शाम 5 बजे तक पूरी तरह UPSC की तैयारी में डूबा रहता हूँ।
📚 लाइब्रेरी का समय – ज्ञान की साधना
लाइब्रेरी मेरे लिए एक मंदिर जैसा है। यहाँ मैं रोज़ाना अपनी योजना के अनुसार विषयों की पढ़ाई करता हूँ – इतिहास, राजनीति, अर्थशास्त्र और करंट अफेयर्स। इसी दौरान मैं अपने साथ लाया हुआ खाना भी यहीं करता हूं।
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(Study Time) |
🌆 शाम का संघर्ष – काम और कमाई
5 बजे के बाद मेरी दिनचर्या का दूसरा भाग शुरू होता है। शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक मैं **Zepto** में काम करता हूँ। यह काम मुझे आर्थिक सहारा तो देता ही है, साथ ही मुझे सिखाता है कि समय प्रबंधन कैसे किया जाता है
🌙 रात का समय – जिम्मेदारियाँ और विश्राम
रात 10:30 बजे घर पहुँचकर मैं खाना बनाता हूँ और खाता हूँ। उसके बाद थोड़ा समय ब्लॉगिंग और आत्मचिंतन को देता हूँ। आधी रात तक मैं सो जाता हूँ ताकि अगला दिन नई ऊर्जा के साथ शुरू कर सकूँ।
💡 समय प्रबंधन का महत्व।
UPSC की तैयारी केवल किताबें पढ़ने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक जीवनशैली है। पढ़ाई के साथ काम को संतुलित करना कठिन है, लेकिन सही दिनचर्या, आत्मविश्वास और दृढ़ निश्चय के साथ यह संभव है।
🌟 निष्कर्ष
मेरी यह दिनचर्या इस बात का प्रमाण है कि चाहे हालात कितने भी कठिन क्यों न हों, अगर इरादे मजबूत हों तो हर सपना पूरा किया जा सकता है। UPSC की तैयारी एक लंबी यात्रा है, और यह यात्रा हमें न केवल एक अच्छा अधिकारी बनाती है बल्कि एक बेहतर इंसान भी बनाती है।
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